श्रीगंगानगर/अनूपगढ़, 13 मार्च। जिला स्तरीय बैंक सलाहाकर समिति (डीएलआरसी/डीएलसीसी) की बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाहॉल अनूपगढ़ में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता एडीएम प्रशासन श्री ओम प्रकाश सहारण ने की।
एडीएम श्री सहारण ने बैंक अधिकारियों को निर्देशित किया कि वित्तीय वर्ष का अंतिम माह चल रहा है, ऐसे में केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के प्राप्त लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति की जाये। जिन योजनाओं में स्वीकृतियां जारी हो चुकी है, उन्हें ऋण वितरण करने में किसी प्रकार का विलम्ब न करे।
बैठक में जानकारी दी गई कि 31 दिसम्बर 2023 तक 3209.71 बकाया राशि जबकि कुल जमाएं 6136.31 करोड़ रूपये रही। कृषि ऋण में 3980.11 जो 55.38 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय लक्ष्य 18 प्रतिशत है। लघु उद्योग ऋण में 958.84 करोड़ रूपये, अन्य प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में 158.22 करोड़ रूपये वितरित किये गये। कुल प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में 5097.17 करोड़ रहा, जो लक्ष्य का 82.18 प्रतिशत है। कमजोर वर्ग के नागरिकों को 2778.92 करोड़ रूपये का ऋण वितरित किया गया जो 45.78 प्रतिशत है। 31 दिसम्बर 2023 के अंत में जिले की वित्तीय संस्थाओं की जमाएं 3209.71 एवं अग्रिम 6136.31 करोड़ रही। जिसमें वाणिज्यिक बैंकों की जमाएं 2910.55 करोड़ एवं अग्रिम 5431.91 करोड़ है। वाणिज्यि बैंकों का ऋण जमा अनुपात 186.63 प्रतिशत है एवं जिले की समस्त वित्तीय संस्थाओं का ऋण जमा अनुपात 191.18 प्रतिशत है। जिले में कार्यरत बैंकों ने राष्ट्रीय लक्ष्यों के विपरीत 18 प्रतिशत के विपरीत कुल ऋण का 64.86 प्रतिशत ऋण कृषि क्षेत्र को प्रदान किया गया। प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को कुल ऋण का 83.07 प्रतिशत प्रदान किया गया।
बैठक में डेयरी उद्योग, मुख्यमंत्री विशेष योजना, स्वरोजगार योजना, एनआरएलएम, पीएमजेडीवाई, मत्स्य उत्पादन योजना, केसीसी, अल्पसंख्यक ऋण योजना, एसएचजी, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, पोप ग्रामीण सहित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के साथ-साथ ऋण वसूली पर भी चर्चा हुई।
जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित
श्रीगंगानगर/अनूपगढ़, 13 मार्च। अनूपगढ़ जिले के प्रभारी सचिव श्री ओपी बुनकर की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट सभा हॉल अनूपगढ़ में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिये।
श्री बुनकर ने विधुत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप किसानों, ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों को नियमित रूप से गुणवत्तापूर्ण विद्युत उपलब्ध करवाई जाये। स्वास्थ्य विभाग को मौसमी बीमारियों एवं अस्पतालों में साफ-सफाई हेतु नियमित निगरानी रखने, कृषि विभाग के अधिकारियों को हिदायत दी कि किसानों को नकली बीज विक्रय न हो, इस संबंध में ध्यान रखा जाये साथ ही किसानों को अच्छी गुणवत्ता का बीज व उर्वरक उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करेंगे। किसानो की शत-प्रतिशत केवाईसी करवाये जाने पर बल दिया। उन्होंने मिड-डे-मिल योजना की समीक्षा करते हुए विद्यार्थियों को अच्छी गुणवत्ता का भोजन, दूध उपलब्ध करवाने के साथ-साथ सफाई पर ध्यान देने की जरूरत बताई।
श्री बुनकर ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार कार्यालयों में ई-फाईल प्रणाली विकसित की जाये तथा आवश्यकतानुरूप कार्मिकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाये। सभी कार्यालयाध्यक्षों को निर्देशित किया कि वे स्वंय एवं अपने अधीनस्थ कार्मिकों को व्यवस्थित तरीके से कार्य करने हेतु प्रेरित करें। कार्यालयों में नियमित साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये। सभी कार्यालयाध्यक्षों को आमजन के साथ शालीनतापूर्ण व्यवहार करने एवं परिवादी को संतुष्ट करने हेतु अपने अधीनस्थ कार्मिकों को पाबंद किया जाये।