इतिहास जिला अनुपगढ
by-janchetna.in
प्राचीन इतिहास
अनुपगढ में सिंधु घाटी सभ्यता के निशान शहर के पास बरोर और 4 msr में पाए गए हैं ।
अनुपगढ में सरस्वती नदी के साक्ष्य भी मिले हे जहा से सरस्वती नदी बहती थी वहा अभी नीचे का पानी शहद जेसा मीठा हे अन्य जगह पर खारा हे
मध्यकालीन इतिहास

अनूपगढ का प्राचीन नाम चुघेर था। 1678 ई. में महाराजा अनूपसिंह ने अनुपगढ का निर्माण करवाया अनूपगढ़ और उसके आसपास के क्षेत्र पर भाटी शासकों का कब्ज़ा था। 1678 में बीकानेर रियासत के महाराजा अनूपसिंह के नेतृत्व में भाटी प्रमुखों को हटाकर इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया और एक किले का निर्माण किया जिसका नाम अनूपगढ़ रखा गया किले के प्रमाण आज भी मोजूद हे सार सम्भाल के आभाव में किला जर्जर हो चूका हे सन 1942 को यहा नगरपालिका स्थापित की गई थी

विभाजन के बाद और आधुनिक इतिहास
1947 में भारत के विभाजन के बाद रियासतें समाप्त कर दी गईं और ड्योढ़ीवाले राजवी होने के कारण अनूपगढ़ को श्री गंगानगर जिले के अंतर्गत एक अलग तहसील बना दिया गया ।
वर्तमान इतिहास
अनूपगढ़ को जिला बनाने हेतु जिला बनाओ संघर्ष समिति बेनर तले sdm कार्यलय के सामने स्थानीय लोगो दुकनदारो अधिवक्ताओ व्यापारियों द्वारा बारह साल तक लगातार धरना प्रदर्शन किए गये आखिरकार अनुपगढ जिला अन्य 19 नये जिलों के साथ दिनांक 17मार्च 2023 को घोषित किया गया हैँ राजस्थान सरकार नें अधिसूचना 4 अगस्त 2023 को जारी की व् इसकी स्थापना 7 अगस्त 2023 को की गई शुरुआत में जिला श्री गंगानगर से व् बीकानेर से रायसिंहनगर विजयनगर अनुपगढ घडसाना रावला खाजूवाला छतरगढ सात तहसील को जोड़ा गया खाजूवाला व् छतरगढ में विरोध होने के कारण 6 अक्टूबर 2023 को राजस्थान सरकार ने अनूपगढ़ जिले के पुनर्गठन के संबंध में एक अधिसूचना जारी की, इस अधिसूचना के अनुसार छतरगढ़ और खाजूवाला तहसीलों को बीकानेर जिले में फिर से मिला दिया गया । वर्तमान में जिला अनुपगढ में दो विधानसभा क्षेत्र चार पंचायत समिति पांच तहसील पांच उप तहसील व् 177 ग्राम पंचायत मुख्यालय शामिल हे जिला मुख्यालय अनुपगढ नेशनल हाइवे 911 पर स्थित हे जो बीकानेर से गंगानगर को जाता हे वही स्टेट हाइवे 94 सूरतगढ़ को भी जोड़ता हे
अनुपगढ जिला मुख्यालय पर प्रथम जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल को नियुक्त किया गया व् प्रथम पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार को नियुक्त किया गया नोटिफिकेशन जारी होने से पूर्व इन्हे osd के रूप में नियुक्त किया गया था विधुत विभाग में प्रथम अधिक्षण अभियंता js पन्नू को लगाया गया चिकित्सा विभाग में प्रथम मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डोक्टर नीरज अरोड़ा को लगाया गया खाद्य विभाग में प्रथम जिला रसद अधिकारी रामसिंह मीणा को लगाया गया शिक्षा विभाग में प्रथम जिला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार बठला को लगाया गया अभी तक कुल छ जिला स्तरीय अधिकारी बैठते हे अनुपगढ नगरपरिषद व् रायसिंहनगर नगरपालिका क्षेत्र हे यहा रोडवेज बस डिप्पो व् अपराधियों को सुधारने हेतु सुधार ग्रह भी हे
विधानसभा क्षेत्र
1-रायसिंहनगर
2-अनुपगढ
पंचायत समिति
1-अनूपगढ़ – 32 ग्राम पंचायतें
2-रायसिंहनगर – 41 ग्राम पंचायतें
3-विजयनगर – 29 ग्राम पंचायतें
4-घड़साना – 36 ग्राम पंचायतें।
तहसील
1-अनुपगढ
2-रायसिंहनगर
3-विजयनगर
4-घडसाना
5-रावला
उपतहसील
1-मुकलावा
2-स्मेजाकोठी
3-जेतसर
4-रामसिंहपुर
5-365 हेड
अनुपगढ घग्गर नदी के किनारे और भारत पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा के समीपबसा हुआ है। अनूपगढ़ जिला मुख्यालय पर सीमा सुरक्षा बल की वाहिनी स्थित है। लैला मजनू की मजार अनूपगढ़ जिला मुख्यालय से 11 किलोमीटर दूर सीमावर्ती गांव बिंजौर में स्थित है। जिले में जैतसर् कृषि फार्म व् बरोर क्रषि फार्म हे अनुपगढ के रायसिंहनगर तहसील में एतिहासिक गुरुद्वारा बुढाजोहड़ स्थित हे जो अनुपगढ जिला मुख्यालय से 72 किलोमीटर जेतसर के नजदीक हे जहा हर अमावस्या को दीवान लगता हे अनुपगढ में हर वर्ष 12 फरवरी को डाडा पम्माराम का मेला लगता हे अनुपगढ में अब्दुल कलाम स्टेडियम हे जो शहर का सोंदर्य करन बड़ा रहा हे वही बचों को प्रतिभा निखारने का मोका भी दे रहा हे इसमे अनुपगढ घडसाना सहित अनेक शहरों व् गांवो से बचे तेयारी करने आते हे
सेवाए
जिले में लगभग बीस गोशाला संचालित हे जिसमे बेसहारा गोवंश को रखा जाता हे अनुपगढ में ब्रह्द आश्रम संचालित हे जिसमे बुजुर्गो को निशुल्क रहना खाना दिया जाता हे कोई भी जरुरतमन्द बुजुर्ग संपर्क कर सकता हे संचालक प्रीतपाल रेना-9672185366 अनुपगढ के नजदीक चल 6 पी नेशनल हाइवे पर हरप्रभ आसरा सेवा समिति हे जिसमे लावारिस मंदबुद्धि लोगो को रखा जाता हे 57 जीबी रामसिंहपुर में अकाल की फोज अनाथ आश्रम हे जिसमे लावारिस मंदबुद्धि लोगो को रखा जाता हे संपर्क करे संचालक-कमलदीप सिंह खालसा 7296957057 बुढा जोहड़ गुरुद्वारा साहिब में बड़ा अस्पताल हे जिसमे बिलकुल सस्ती दरों पर उपचार किया जाता हे बुढा जोहड़ के पास डाबला में शहीद अम्रता देवी पार्क हे जिसमे घायल हिरणों व् अन्य जानवरों का उपचार व् देखभाल की जाती हे अनुपगढ जिले के प्रत्येक शहर व् लगभग सभी गांवो में गुरुद्वारा साहिब हे जिनमे निशुल्क लंगर व् ठहरने की व्यवस्था हे दर्शनीय स्थल
- अनूपगढ़ किला -अनूपगढ़
- बरोर हड़प्पा पुरातत्व स्थल-अनूपगढ़
- गुरुद्वारा बुड्ढा जोहड़ – डाबला
- बिश्नोई मंदिर और अमृता देवी पार्क – डाबला
- लैला मंझनू मजार – बिंजौर
- सेंट्रल फार्म जैतसर व् बरोर
- रोझड़ी बाला जी मंदिर
- डाडा पम्मा मेला विजयनगर व् अनुपगढ
जनसंख्या
भारत की 2011 की जनगणना के अनुसार अब जो अनूपगढ़ जिला है उसकी कुल जनसंख्या 698,478 थी। 114919 (16.45%) शहरी क्षेत्रों में रहते थे। अनूपगढ़ जिले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का लिंगानुपात क्रमशः जनसंख्या का 307,944 (44.09%) और 3,760 (0.60%) था।
पैदावार
यहा ज्यादातर नरमा धान गेंहू व् सरसों मुंग व् गन्ना की फसल उगाई जाती हे पूर्व में मुगफली चना गवार बाजरा इत्यादी फसले उगाई जाती थी परंतु अब ये फसले बहुत कम उगाई जाती हे
सिंचाई के साधन
अनुपगढ जिले में गंगनहर व् ignp नहर का पानी आता हे इसके साथ साथ बोरबेल से भी खेती की जाती हे सिंचाई पानी की कमी के चलते किसानों ने खेतों में पानी स्टोक हेतु बड़ी डीगियो का निर्माण भी किया हे अनुपगढ शहर से बिलकुल सटक कर घघर नदी बहती हे जो पूर्व में हर वर्ष आती थी अब अच्छी बरसात होने पर ही आती हे किसान सिचाई हेतु घघर नदी का पानी भी उपयोग करते हे जिसे नाली बेल्ट भी बोलते हे
आय के स्रोत
मुख्य रूप से खेती आधारित क्षेत्र हे इसके साथ साथ दुकनदारी व् मजदूरी के भी स्रोत हे कुछ कारखाने भी हे यहा के बहुत से नागरिक राजकीय सेवा में कर्मचारी व् अधिकारी पद पर अपनी सेवाए दे रहे हे
प्रतिभा
अनुपगढ जिले से अनेक खिलाडियों ने नेशनल स्तर पर परचम लहराया हे
भाषा
यहा पंजाबी हिंदी राजस्थानी बोली जाती हे
सडक व् रेल मार्ग

अनुपगढ स्टेट हाइवे नेशनल हाइवे के साथ साथ रेल मार्ग से भी जुड़ा हुआ हे यहा से अनूपगढ़, घड़साना, रावला, खाजुवाला, रामसिंहपुर व श्रीविजयनगर तहसील क्षेत्र के नागरिक रेल सेवाओं का लाभ ले रहे हे हालांकि अनूपगढ़ में देश की आजादी से पहले वर्ष 1930 में रेल सेवाएं शुरू हो गई थी। इसके बाद ब्राॅडगेज लाइन वर्ष 1985 में ही बिछा दी थी। इसके साथ ही छोटी लाइन के समय अनूपगढ़ वाशिंग लाइन भी थी। बाद में वाशिंग लाइन काे हटा लिया गया। उसके बाद लंबे समय तक रेल सेवाओं में किसी भी प्रकार का विस्तार नहीं हो पाया।अनुपगढ से गंगानगर व् बीकानेर हेतु रेल लािन की लंबे समय से मांग चल रही हे अनुपगढ से सरुपसर होकर रेल लािन जाती हे परंतु सीधी रेल सेवा नही हे अनुपगढ से बठिंडा हेतु सुबह 6.35 व् दोपहर 12.20 पर दो रेल जाती हे अनुपगढ से सूरतगढ़ हेतु सुबह 10.35 शाम 4.35 रात 8.10 तीन रेल जाती हे सुबह 10.35 वाली बठिंडा को मेल देती हे

अनुपगढ से अम्रतसर पठानकोट धर्मशाला हिमाचल लुधियाना चंडीगढ़ दिल्ली जयपुर लगभग सभी बड़े शहरों हेतु लंबी दुरी की बस सेवा उपलब्ध हे
शिक्षा में प्रगति
अनुपगढ ने शिक्षा के क्षेत्र में अच्छी प्रगति की हे यहा प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राजकीय व् निजी उच्च माध्यमिक विधालय खुल गये हे अनुपगढ कस्बे में अनेक सरकारी व् निजी स्कुल कॉलेज हे बीएड कॉलेज भी हे अनुपगढ में स्वामी विवेकान्द मोडल स्कुल कक्षा 6 से 12 तक इंग्लिश मीडियम हे जिसमे निशुल्क उच्च श्रेणी की शिक्षा दी जाती हे
जरूरत
अनुपगढ जिला बनने से स्थानीय नागरिकों को काफी राहत मिली हे अभी यहा डीटीओ ऑफिस जिला चिकित्सालय व् अनुपगढ बीकानेर अनुपगढ गंगानगर रेल मार्ग की बेहद जरूरत हे
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