इतिहास पिता तेजभान जी@SH#EP=79
by-janchetna.in
पिता तेज भान जी जिन्हें प्रारंभिक इतिहास में प्यार से तेजो कहा जाता है, सिख धर्म के तीसरे गुरु अमर दास जी के पिता थे । भल्ला वंश के एक खत्री तेज भान का जन्म अमृतसर से 12 किमी दक्षिण पश्चिम में एक गांव बासरके गिला के बाबा हरि जी और माता मिलावी के घर हुआ था ।
उनका विवाह 12 वर्ष की उम्र में दुग्गल खत्री परिवार की बख्त कौर जिन्हें लखमी जी के नाम से भी जाना जाता है से हुआ था। गुरु अमर दास जिनका जन्म 5 मई 1479 को हुआ था उनके चार पुत्रों में सबसे बड़े थे अन्य तीन ईशर दास , खेम राय और मानक चंद थे ।
परिवार आंशिक रूप से कृषि और आंशिक रूप से व्यापार द्वारा जीवन यापन करता था। केसर सिंह छिब्बर , बंसवालमामा के अनुसार , बाबा तेज भान की मृत्यु कटक 1590 ईसा पूर्व यानी अक्टूबर 1533 में हुई थी।
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