इतिहास माता जीतो जी@SH#EP=88
by-janchetna.in
जन्म(प्रकाश)-लाहोर
माता पिता- भाई हरिजस
दादा दादी- अज्ञात
नाना नानी-अज्ञात
सास ससुर-माता गुजरी गुरु गोबिंद सिंघ
भाई बहन-अज्ञात
जीवनसाथी-गुरु गोबिंद सिंघ
सन्तान-साहिबजादा जुझार सिंह साहिबजादा जोरावरसिंह साहिबजादा फतेह सिंघ
पुत्रवधू- नही
पोता पोती-नही
स्वर्गलोक-1700 आनदपुर साहिब
माता जीतो जी का जन्म लाहौर के भाई हरिजस के घर हुआ था माता जीतो जी गुरु गोबिंद सिंह जी की तीन पत्नियों में दूसरी पत्नी थी। उनके तीन बच्चे थे: जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह।
कुछ विद्वानों एवं इतिहासवेत्ताओं के अनुसार, इनके विवाहोपरांत इनका नाम माता सुन्दरी रख दिया गया था। इनके चारों पुत्र इस पुनर्नामकरण उपरान्त ही हुए थे। सिख विद्वान भाई काह्न सिंह नाभा, पंथ प्रकाश ज्ञानी ज्ञाण सिंह एवं केसर सिंह छिब्बर के अनुसार माता सुन्दरी गुरु महाराज की द्वितीय पत्नी थीं और माता जीतो का नाम बदला नहीं गया था। इसके समर्थन में उनका कहना है कि माता जीतो के अन्तिम संस्कार १७०० में आनन्दपुर साहिब में सम्पन्न हुए थे, जबकि माता सुन्दरी के अन्तिम संस्कार १७४७ में दिल्ली में किये गए थे। इसके अलावा माता जीतो के पिता का नाम लाहौर के भाई हरिजस बताये जाते हैं जबकि माता सुन्दरी के पिता बिजवाड़ा के भाई राम सरन थे।
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