“भारत भ्रमण का अनुभव#EP=07”

 “जनचेतना भारत भ्रमण DAY=12”

दिनाक 10-12-2023 को सुबह सात बजे जनचेतना टीम रवाना होकर विलासपुर होते हुये गुरुद्वारा किरतपुर साहिब पहुंची  जहा पर गुरुद्वारा पातालपुरी सुभायमान हे कई गुरुओं की अस्थियों का विसर्जन भी यहीं सतलुज नदी में हुआ था और आज भी सिख समाज अपने सगे-समबन्धियों की अस्थियाँ यहीं गुरद्वारा पतालपुरी साहिब के समीप सतलुज में विसर्जित करने आते हैं गुरुद्वारा साहिब के दर्शन करने व् प्राचीन तस्वीरे जनचेतना केमरे में केद करने व् भोजन करने उपरांत हम आगे के भ्रमण हेतु रवाना हो गये 155 किलोमीटर का सफर तय कर हम शाम छ बजे मोहाली पहुंच गये

“जनचेतना भारत भ्रमण DAY=13”

 दिनाक 11-12-2023 को सुबह आठ बजे हम चंडीगढ़ हेतु रवाना हो गये चंडीगढ़ में कोई एतिहासिक जगह नही मिलने के करण हम माछिवाडा हेतु रवाना हो गये  चंडीगढ़ माछिवाडा से लुधियाना हाइवे पर हाइवे से 6 किलोमीटर हटकर हे दोपहर को हम माछिवाडा पहुंच गये माछिवाडा का सुनहरा इतिहास जानने पर पता चला की चमकोर गड़ी में बड़े दो साहिब जादो की शहादत के बाद पांच प्यारे का हुक्म मानकर गुरु गोविन्द सिंह चमकोर गड़ी से पैदल रवाना हो गये बीच में जंड के नीचे कुछ देर आराम किया वो एतिहासिक जंड आज भी मोजूद हे जहा पर गुरुद्वारा जंड साहिब सोभायमान हे उपरांत रवाना होकर रास्ते में आए झाड़ के नीचे कुछ देर आराम किया जहा पर गुरुद्वारा झाड़ साहिब  हे उपरांत सुभायमान गुरु साहिब  मछिवाडा पहुंचे मछिवाडा आकर वहा मोजूद जंड के नीचे आराम किया व् पास में ही मोजूद कुए से पानी पिया एतिहासिक जंड व् कुआ आज भी मोजूद हे जहा पर गुरुद्वारा चरण कमल सुभायमान हे मछिवादा में गुरुद्वारा चरण कमल गुरुद्वारा चोबारा साहिब गुरुद्वारा गनीखा नबीखा गुरुद्वारा करपाण भेंट सुभायमान हे मछिवाडा का सुनहरा इतिहास जानकर हमने रात्रि विश्राम मछिवाडा में ही करने का फेसला किया ताकि मछिवाडा के सुनहरे इतिहास को गहराइ से जाना जा सके जानकारी मिली चमकोर गड़ी गंगू तेली का घर मरिन्डा सरहंद यहा से नजदीक ही हे

शेष आगे ………………………..

By-Malkeet Singh Chahal

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