राजकीय चिकित्सालय की जर्जर बिल्डिंग को जल्द करे दुरस्त, बन्द पड़े ब्लड स्टोरेज सेंटर व एक्सरे मशीन को किया जाए यथाशीघ्र शुरू : जिला कलेक्टर

जिला कलेक्टर अवधेश मीणा ने राजकीय चिकित्सालय अनूपगढ़ एवं आयुर्वेद औषधालय का किया आकस्मिक निरीक्षण

चिकित्सालय में खाली पड़े पदों को भरने, सफाई, सुरक्षा व एम्बुलेंस सहित सभी व्यवस्थाएं पुख्ता रखने के दिए निर्देश

अनूपगढ़, 25 जनवरी। जिला कलेक्टर श्री अवधेश मीणा ने गुरुवार को राजकीय चिकित्सालय अनूपगढ़ एवं आयुर्वेद औषधालय का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सफाई एवं सुरक्षा सहित सभी व्यवस्थाओ को पुख्ता रखने के लिए निर्देश दिए ताकि मरीजो को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

अस्पताल की जर्जर हालात को किया जाए दुरस्त
निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर मीणा ने अस्पताल की जर्जर हालत, कमरों की क्षतिग्रस्त छत तथा टूटी हुई दीवारों की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए तुरंत प्रभाव से सही करवाने के लिए, चिकित्सालय में नवनिर्माण कार्य को प्रभावी मोनिटरिंग करते हुए गुणवत्ता के साथ यथाशीघ्र पूर्ण करवाए जाने के लिए तथा चिकित्सालय की नीचे की दीवारों का प्लास्टर उखड़ा हुआ है, जिसे पीवीसी पैनल या टाईल से क्वर्ड किए जाने के लिए अधिकारियों को निर्देश देते हुए चिकित्सालय के सम्पूर्ण भवन की पुनःयोजना बनाई जाकर वर्तमान में बनाए गए नए वार्ड का उपयोग किया जाने के लिए निर्देशित किया।

ब्लड स्टोरेज सेंटर व एक्स-रे मशीन को दोबारा शुरू किया जाए
निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर श्री मीणा ने अधिकारियों को चिकित्सालय में डाक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ के खाली पदों की सूचना देते हुए यू.टी.बी. में पद भरे जाने हेतु प्रस्ताव भिजवाए जाने, अस्पताल में बंद पड़ी एक्सरे मशीन को यथाशीघ्र दोबारा शुरू करने, पिछले काफी समय से अस्पताल में बंद पड़े ब्लड स्टोरेज सेंटर को सीएमएचओ के माध्यम से स्वीकृति लेते हुए तथा शीघ्र शुरू करने तथा डाक्टरों को ब्लड स्टोर सेण्टर का प्रशिक्षण दिलवाने के लिए निर्देशित करते हुए एक्स रे मशीन एवं वेंटीलेशन मशीन को उपयोग में लिए जाने के लिए निर्देशित किया ताकि मरीजो को अनावश्यक में रेफर नहीं किए जाए।चिकित्सालय में होने वाली जांच यथाशीघ्र मरीजों को उपलब्ध करवायी जावे।

सफाई व्यवस्था को रखे पुख्ता
निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय परिसर में साफ-सफाई का अभाव पाया गया, जिसे नियमित मोनिटरिंग करते हुए साफ-सफाई करवाने, सफाई कर्मचारीयो की संख्या बढ़ाने, टॉयलेट की सफाई नियमित रूप से करवाने तथा बायो मेडिकल वेस्ट के पुराने डस्टबिन पुराने थे, जिन्हें बदलकर मेडिकल वेस्ट का निर्धारित नॉमर्स अनुसार निस्तारण सुनिश्चित करने के लिए जिला कलेक्टर श्री मीणा ने अधिकारियों को निर्देशित किया।
इसके अलावा जिला कलेक्टर मीणा ने नर्सिंग स्टाफ को निर्धारित ड्रेस कोड में तथा समय पर अस्पताल आने, जननी सुरक्षा योजनान्तर्गत भुगतान से लम्बित 45 प्रकरणों के अविलम्ब भुगतान की कार्यवाही सुनिश्चित करने, चिकित्सालय में ओ.पी.टी.एम. द्वारा नेत्र जांच उपरान्त उच्च चिकित्सा हेतु विगत माह में रेफर किए गए रोगिया के संधारित रिकॉर्ड की स्थिति से अवगत करवाने, आर.एम.आर.एस. के तहत उपलब्ध बजट का प्लानिंग के साथ उपयोग किया जाने, चिकित्सालय में होने वाले समस्त प्रसव में 104 एम्बूलेंस का उपयोग सुनिश्चित किया जाने, चिकित्सालय की दीवारों पर गुटके के निशान है, जिन्हें साफ करवाया जाकर रंग करवाने तथा सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता रखने सहित अन्य निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रत्येक सप्ताह में एक बार एवं उपखण्ड अधिकारी दो सप्ताह में एक बार चिकित्सालय का निरीक्षण करते हुए रिपोर्ट भिजवाया जाना सुनिश्चित करेंगे। निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ डॉ नीरज अरोड़ा, बीसीएमओ डॉ दिनेश कुमार और सीएचसी प्रभारी डॉ राहुल जैन मौजूद रहे।

आयुर्वेद औषधालय का भी किया निरीक्षण
आयुर्वेद औषधालय का निरीक्षण करते हुए जिला कलेक्टर ने आयुर्वेद नोडल अधिकारी डॉ सीमा चौहान को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान आयुर्वेदिक विभाग में उपलब्ध औषधियां और मरीज रजिस्टर की भी जांच जिला कलेक्टर द्वारा की गई।

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