चुनावी विश्लेषण: इस बार कौन बनेगा जनता का चेहरा
चुनावी विश्लेषण विधानसभा चुनाव 2023 में ज्यादा से ज्यादा व् शांतिपूर्ण मतदान करवाने हेतु नवगठित जिला प्रशासन अनुपगढ पिछले डेड माह से लगातार प्रयास कर रहा था जिसका परिणाम मतदान के दिन देखने को मिला मतदान को लेकर मतदाता काफी उत्साहित दिखाई दिए सुबह 6.30 पर ही मतदान शुरू होने से पूर्व ही लंबी लंबी कतार लग गई हालाँकि 6.30 पर अँधेरा था ठंड थी कोहरा था परंतु मतदाताओ के उत्साह को ये रोक नही पाए शाम तक कतारे लगी रही अनेक मतदाता कतार टूटने का इंतजार करते रहे आखिर कार शाम को उन्होंने भी कतार में लगकर मतदान किया।
भविष्य में बूथ की बढ़ानी होगी संख्या
चुनावी विश्लेषण में पाया गया की मतदान केन्द्रों पर दिनभर लंबी कतार को देखते हुये भविष्य में निर्वाचन विभाग को मतदान केन्द्रों की संख्या को बढ़ाने की जरूरत हे क्योंकि मतदाताओ की संख्या बढती जा रही हे जबकि बूथ संख्या नही बढाई गई हे निर्वाचन विभाग ज्यादा से ज्यादा मतदान करने हेतु अपील कर रहा हे ऐसे में मतदाताओ की सुविधा को देखते हुये बूथ की संख्या भी बढ़ानी होगी
कार्यकर्ताओ ने की कड़ी मेहनत
चुनावी प्रत्याशियों के साथ साथ कार्यकर्ताओ ने पिछले एक माह से दिनरात कड़ी महनत कर अपने अपने प्रत्याशी को जिताने हेतु प्रयास किया भाजपा से भामाशाह मोहित छाबड़ा अध्यक्ष व्यापर मंडल, मुकेश शर्मा अध्यक्ष नगर मंडल भाजपा, सतपाल मुंजाल उपाध्यक्ष नगर परिषद अनुपगढ और मनोज जोशी, मालाराम सहित अनेक कार्यकर्ताओ ने कड़ी मेहनत की मतदान के दिन सभी कार्यकर्ता मुस्तेद रहे काग्रेस से सन्नी धायल पार्षद नगर परिषद, निशांत चुघ, सुभाष बोयत, विजय चराया, गुरविंद्र जाखड, कुलदीप सिंह पूर्व पार्षद, कुलदीप सिंह संधू प्रेमनगर, वंही निर्दलीय प्रत्याशी शिमला बावरी के पक्ष में मांगीलाल जांगिड, नदलाल छाबड़ा, मनोज अंसेरी सहित अनेक कार्यकर्ताओ ने कड़ी मेहनत की हालाँकि शिमला बावरी की जीत दिखाई नही दे रही हे परंतु मेहनत करना कार्यकर्ता का कर्तव्य होता हे।
बागी कार्यकर्ताओ को मनाने हेतु भाजपा ने किए भरपूर प्रयास
अनुपगढ से भाजपा द्वारा संतोष बावरी को चुनाव मैदान में उतारा गया था जिससे रुष्ट होकर पूर्व विधायक शिमला बावरी निर्दलीय मैदान में उतर गई व् मांगीलाल जांगिड मनोज अंसेरी नदलाल छाबड़ा सहित अनेक भाजपा पदाधिकारी व् कार्यकर्ता भाजपा से टूट गये हालाँकि भाजपा पदाधिकारियों द्वारा समझाई के भरपूर प्रयास किए गये परंतु बागी कार्यकर्ताओ के दिल पर गहरी चोट होने के कारण भाजपा पदाधिकारी समझाई में सफल नही हो पाए भाजपा कार्यकर्ता व् बागी कार्यकर्ताओ में भाईचारा होने के कारण अनेक भाजपा कार्यकर्ताओ ने मांगीलाल जांगिड की दुकान पर कई दिन तक डेरा डाले रखा मांगीलाल जांगिड भाजपा कार्यकर्ताओ को दिनभर चाय पिलाते थे बेठने हेतु कुर्सी देते थे परंतु साथ आने का वादा नही दिया वही भाजपा ने बागी कार्यकर्ता विजय सांखला व् मनोज आसेरी के खिलाफ अनुशासनत्मक कारवाई करते हुये भाजपा से निष्काषित कर दिया।
मतदान के दौरान काग्रेस व् भाजपा कार्यकर्ता ने कायम की भाईचारे की मिशाल
अनुपगढ में मतदान के दिन भी काग्रेस व् भाजपा कार्यकर्ताओ में अनोखा भाईचारा देखने को मिला दिनभर काग्रेस व् भाजपा कार्यकर्ता एक साथ चाय नाश्ता करते दिखाई दिए अनेक बूथ पर काग्रेस भाजपा का आमने सामने बूथ लगा रखे थे उसके उपरांत किसी प्रकार का विवाद नही कर दिनभर एक साथ चाय पीकर काग्रेस भाजपा कार्यकर्ताओ ने भाईचारे की मिशाल कायम कर समाज व् शेत्र को अच्छा संदेश दिया हालाँकि नगर परिषद अध्यक्ष प्रियंका बेलान व् भामाशाह मोहित छाबड़ा में कहा सुनी हो गई परंतु मोहित छाबड़ा समझदारी का परिचय देते हुये शांत रहे जिससे विवाद होने से टल गया
शांतिपूर्ण सम्पन हुआ मतदान : चुनावी विश्लेषण
चुनावी विश्लेषण में अनुपगढ जिला प्रशासन ज्यादा से ज्यादा व् शांतिपूर्ण मतदान करवाने हेतु पिछले कई दिनों से दिनरात एक किए हुये था आचार सहित लगते ही प्रशासन काफी मुस्तेद दिखाई दिया सभी व्यवस्थाए पूर्व में ही माकूल कर ली गई थी जिसकी बदोलत मतदान शांतिपूर्ण सम्पन हो गया शुरुआती दोर में टिकट नही मिलने तक प्रत्याशी जयपुर डेरा डाले हुये थे जिसकी बदोलत चुनावों का माहोल शांत दिखाई दे रहा था जबकि आचार सहिंता लगते ही प्रशासन मुस्तेद हो गया फिल्ड में प्रत्याशियों की नही प्रशासन की गाड़िया दिखाई देती थी जिससे मतदाताओ में प्रत्याशियों के प्रति नही जबकि प्रशासन के प्रति विश्वाश पैदा हो गया
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में भाग लेने के लिए अनूपगढ़ के मतदाताओं को धन्यवाद
जिला कलक्टर व् पुलिस अधीक्षक का रहा अहम रोल
शांतिपूर्ण मतदान सम्पन करवाने हेतु जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल व् पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार का अहम रोल रहा हालाँकि अनुपगढ नवगठित जिला होने की वजह से पर्याप्त स्टाफ व् संसाधन नही हे जिसके चलते शांतिपूर्ण मतदान करवाना बड़ी चुनोती था जिला कलक्टर व् पुलिस अधीक्षक साधारण स्वभाव के होने के कारण धरातल से जुड़े हुये हे व् यहा की जनता को नजदीक से समझते हे उसी के अनुरूप चुनावों में व्यवस्थाए की गई व् स्वंय धरातल पर जाकर गहनता से व्यवस्थाओ का जायजा लेते रहे जिसके परिणाम मतदान के दिन देखने को मिले व् जिले भर में मतदान शांतिपूर्ण सम्पन हो गया जनचेतना द्वारा चुनाव से सम्बधित किसी भी प्रकार की समस्या से या आचार सहिंता के उलंघन से अवगत करवाने पर जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल द्वारा तुरंत संज्ञान लेते हुते कारवाई की गई वही जिला प्रशासन से जिला कलक्टर के निजी सचिव शिवकुमार डेलू जिला कलक्टर के पेशकार गोरी शंकर सहित अनेक कर्मचारियों ने नवगठित जिला अनुपगढ में शंतिपूर्ण मतदान सम्पन करवाने हेतु दिनरात कड़ी महनत कर अहम योगदान दिया।
विधानसभा अनुपगढ की निर्वाचन अधिकारी सुमित्रा विश्नोई ने सम्भाली कमान
अनुपगढ विधानसभा की कमान निर्वाचन अधिकारी सुमित्रा विश्नोई सम्भाले हुई थी जो निर्वाचन स्टाफ व् फिल्ड में पेनी नजर रखे हुई थी वही उपखंड प्रशासन से प्रदीप विश्नोई सुनील सुथार पंकज चोधरी कमल सहित अनेक कर्मचारियों ने विधानसभा अनुपगढ में शंतिपूर्ण मतदान सम्पन करवाने हेतु दिनरात कड़ी महनत कर अहम योगदान दिया जिसका परिणाम मतदान के दिन देखने को मिला
लोकतंत्र के त्यौहार में स्वंय सेवको ने भी दी सेवाए
लोकतंत्र के त्यौहार में स्कूली बचों व् स्वंय सेवको ने भी अपनी सेवाए दी गई प्रत्येक बूथ पर स्कूली बचे मतदान केंद्र के मुख्य गेट पर दिनभर तेनात रहे आने वाले मतदाताओ का तिलक लगाकर स्वागत किया गया व् विकलांग व् बुजुर्ग मतदाताओ को व्हील चेयर से मतदान करवाने हेतु विशेष सहयोग किया गया ताकि किसी विकलांग व् बुजुर्ग मतदाता को मतदान करने में कोई परेशानी नही हो प्रशासन की और से प्रत्येक बूथ पर व्हील चेयर उपलब्ध करवाई गई हालाँकि निर्वाचन विभाग द्वारा विकलांग व् बुजुर्ग मतदाताओ को होम वोटिंग की सुविधा भी दी गई थी परंतु जानकारी के आभाव में बुजुर्ग व् विकलांग मतदाता इसका लाभ नही ले पाए हर बार की तरह इस बार भी ज्यादातर विकलांग व् बुजुर्ग मतदाता परिवार सदस्यों के सहयोग से बूथ पर ही मतदान करने पहुंचे
इस बार दिखा अलग ही माहौल
निर्वाचन विभाग की कड़ी सख्ती के चलते इस बार चुनावों में अलग ही माहोल देखने को मिला चुनावों में हु हल्ला हुडदंग की वजाय शंतिपूर्ण माहोल देखने को मिला निर्वाचन विभाग की पेनी नजर के चलते प्रत्याशियों ने भी समयनुसार शांतिपूर्ण व् नियमानुसार चुनाव प्रचार किया घरों वाहनों सार्वजनिक स्थानों पर अनावश्यक रूप से पोस्टर बेनर झंडे नही लगाये गये वही प्रत्यासियों ने निर्वाचन विभाग के नियमानुसार ही चुनाव खर्च किया गया अनावश्यक रूप से शराब वितरण इत्यादी देखने को नही मिला
भाजपा दिखी कमजोर
अनुपगढ विधानसभा में मतदान के दिन चुनावी विश्लेषण में भाजपा कमजोर दिखाई दी अनेक शहरी व् ग्रामीण मतदान केन्द्रों पर काग्रेस बूथ पर मतदाताओ की भीड़ ज्यादा दिखाई दी इससे प्रतीत होता हे की भाजपा इस बार अनुपगढ विधानसभा में कमजोर हे शिमला बावरी से निर्दलीय मैदान में उतरने से भी भाजपा को भारी नुकसान हुआ हे हालाँकि काग्रेस द्वारा शिमला नायक को मैदान में उतारने से कुलदीप इंदोरा गुट में नाराजगी दिखाई दी जिसके चलते कुलदीप इंदोरा समर्थकों ने खुला ऐलान करते हुये भाजपा प्रत्याशी संतोष बावरी का सहयोग किया यह तो आने वाला वक्त बतायेगा की विधायक का सेहरा किसके सिर सजेगा